तितरम मोड़ क्या है?

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सम्भव(SAMBHAV - Social Action for Mobilisation & Betterment of Human through Audio-Visuals) सामाजिक एवं सांस्कृतिक सरोकारों को समर्पित मंच है. हमारा विश्वास है कि जन-सरोकारों से जुड़े मुद्दों पर जन-भागीदारी सुनिश्चित करके समाज को आगे ले जाना मुमकिन है.

शुक्रवार, दिसंबर 10, 2010

अब नाश्ता कराकर लड़कियों को शिक्षित करेगी संस्था

 यूं तो लोग हर रोज नाश्ता करते हैं, लेकिन रविवार को कैथल के सैकड़ों लोगों ने एक अनूठा नाश्ता किया। अनूठापन नाश्ते के मैन्यू में नहीं था, बल्कि इसके पीछे छिपे लक्ष्य में था।
लोगों द्वारा खाई गई एक-एक कचौरी गांव की लड़कियों का भविष्य संवारने में काम आएगी। इस नाश्ते से ग्रामीण छात्राओं की उच्च शिक्षा संभव होगी। सेक्टर 19 में यह अनूठा नाश्ता राष्ट्रीय समाज सेवी संस्था संभव द्वारा चलाए जा रहे ग्राम सशक्तिकरण केंद्र तितरम द्वारा आयोजित किया गया था। न कोई सरकारी ग्रांट, न किसी से भीख बल्कि नाश्ते से प्रेम बांटते हुए संस्था की यह अनूठी पहल रही।
पहले दिन कमाए सात हजार रुपये :
ब्रेकफॉस्ट फॉर गर्ल्स एजूकेशन नामक इस अभियान के तहत पहले दिन कैथल के सेक्टर 19 स्थित मार्केट में संस्था के सदस्यों ने स्वयं नाश्ता तैयार किया। इसमें छोले-कचौरी, खीर एवं कॉफी बनाई गई। इन तीनों की कीमत हुडा वासियों के अनुसार रखी गई। उनका आह्वान किया गया कि लड़कियों की शिक्षा के लिए यहां नाश्ता करें। पहले दिन के अभियान से सात हजार रुपये की आय हुई। इसमें लागत भी शामिल है।
उच्च शिक्षा दिलवाई जाएगी :
संभव संस्था की ओर से आए कुमार मुकेश ने बताया कि गांव तितरम में 18 लड़कियों ने बारहवीं के बाद संसाधनों के अभाव में शिक्षा छोड़ दी। जिस पर संस्था ने परिजनों से कोई आर्थिक सहायता न लेते हुए उन्हें स्नातक एवं स्नातकोत्तर तक उच्च शिक्षा मुहैया करवाए जाने का फैसला लिया।
इसके लिए उन्होंने सरकार एवं चंदे के लिए हाथ पसारने की बजाए कुछ करके फंड के प्रबंध का फैसला लिया, क्योंकि इसके लिए भी काफी मेहनत करनी पड़ती है। जिस कारण यह माध्यम अपनाया गया है। इस राशि से इन लड़कियों के पुस्तकें, फार्म, फीस, स्टेशनरी एवं शिक्षकों तक का भी प्रबंध किया जाएगा। सप्ताह में एक बार इस कार्यक्रम का आयोजन होगा।
अभूतपूर्वसहयोग मिला
केंद्र से जुड़े गांव वासी अध्यापक रामफल, किसान सत्यवान, गुरप्रीत कौर अध्यापक, होटल में कुक का काम करने वाले दीपक, अध्यापक ओमप्रकाश, गांव में ही बिजली का काम करने वाले सुभाष, अध्यापक सोनिया, अध्यापक आशू वर्मा, विद्यार्थी निक्कल, जेबीटी अध्यापक कांता कुंडू, बैंक कर्मचारी विजय, अध्यापक अनिल मलिक, अध्यापक पवन कुमार ने बताया कि इस अभियान में लोगों का उम्मीद से अधिक सहयोग मिला है। विशेष रूप से स्कूल एवं कॉलेज की लड़कियों ने उत्साह के साथ भाग लेते हुए नाश्ता किया। इन बच्चों ने इसे अपना कार्यक्रम समझ कर इसमें योगदान दिया।
-नसीब सैनी अमर उजाला