एक बै जब भरतू का चौथा ब्याह हो रहया था, तै गाम आळे बूझण लागे - "अरै भरतू, न्यूं क्यूकर रै, तेरी बाकी तीन लुगाइयां कै के होया? वे क्यूकर मर-गी ?"
भरतू बोल्या - भाई, पहली तै घी खा-कै मर-गी, अर दूसरी भी घी खा-कै मर-गी ।
लोग बोले - अर तीसरी क्यूकर मरी?
भरतू बोल्या - भाई, तीसरी का तै सिर फूट-ग्या था ।
गाम आळे बोले - उसका सिर क्यूं फूट्या ?
भरतू नै जवाब दिया - "अरै यार, वा घी कोनी खा थी" !!
भरतू बोल्या - भाई, पहली तै घी खा-कै मर-गी, अर दूसरी भी घी खा-कै मर-गी ।
लोग बोले - अर तीसरी क्यूकर मरी?
भरतू बोल्या - भाई, तीसरी का तै सिर फूट-ग्या था ।
गाम आळे बोले - उसका सिर क्यूं फूट्या ?
भरतू नै जवाब दिया - "अरै यार, वा घी कोनी खा थी" !!